अमृतवाणी

*🚩--अमृतवाणी--🌞*

*अध्यापनमध्ययनं यजनं याजनं तथा ।*
*दानं प्रतिग्रहं चैव ब्राह्मणानामकल्पयत् ।।*
―(मनु० १।८८)

🔥 *_वेदों  -शास्त्रों का अध्यापन और अध्ययन, यज्ञ करना और कराना, दान देना और लेना―ये छह कर्म ब्राह्मणों के लिए है।_*

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